छत्तीसगढ़रायपुर

मुख्यमंत्री ने एनएसएस को 50 लाख रुपये की सहायता राशि की घोषणा की, स्वयंसेवकों को किया सम्मानित

राज्य के स्वयंसेवकों ने सेवा के क्षेत्र में दिखाया अद्वितीय योगदान, मुख्यमंत्री ने की

स्वयंसेवकों ने ग्रामीण और शहरी क्षेत्रों में सेवा कार्यों से पेश की मिसाल, मुख्यमंत्री ने नशामुक्ति और स्वच्छता में सक्रिय योगदान की अपील

       रायपुर। मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने राष्ट्रीय सेवा योजना (एनएसएस) के राज्य स्तरीय स्थापना दिवस और सम्मान समारोह में बड़ी घोषणा करते हुए एनएसएस की राज्य इकाई को कार्यक्रमों के आयोजन के लिए 50 लाख रुपये की स्वीकृति दी। उन्होंने कहा कि पहले जहां 13 लाख रुपये मिलते थे, अब इस राशि को बढ़ाकर 50 लाख रुपये कर दिया गया है, ताकि एनएसएस के स्वयंसेवक और भी अधिक प्रभावी ढंग से समाज सेवा कर सकें।

       मुख्यमंत्री ने कहा कि एनएसएस के स्वयंसेवक राष्ट्र निर्माण में अहम भूमिका निभा रहे हैं। उन्होंने स्वच्छता, साक्षरता और नशामुक्ति जैसे अभियानों में बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया है। मुख्यमंत्री ने स्वयंसेवकों से अपील की कि वे नशामुक्ति और स्वच्छता के कार्यों में और भी अधिक सक्रिय भूमिका निभाएं।

       इस अवसर पर उच्च शिक्षा विभाग के सचिव प्रसन्ना आर., इंदिरा गांधी कृषि विश्वविद्यालय के कुलपति डॉ. गिरीश चंदेल और उच्च शिक्षा विभाग के आयुक्त जनक प्रसाद पाठक सहित कई गणमान्य लोग मौजूद थे। मुख्यमंत्री ने सेवा कार्यों में उत्कृष्ट योगदान देने वाले स्वयंसेवकों, कार्यक्रम अधिकारियों और संस्थाओं को सम्मानित किया। साथ ही, एनएसएस की पत्रिका ‘समर्पण’ का विमोचन भी किया।

       मुख्यमंत्री ने कहा कि हमारी सरकार युवाओं के लिए रोजगारोन्मुखी शिक्षा और कौशल विकास पर विशेष ध्यान दे रही है। नई शिक्षा नीति के तहत उन्हें रोजगारपरक शिक्षा और स्किल ट्रेनिंग प्रदान की जा रही है। युवा अब आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस और रोबोटिक्स जैसे आधुनिक विषयों में कौशल हासिल कर सकते हैं।

       उच्च शिक्षा विभाग के सचिव प्रसन्ना आर. ने बताया कि एनएसएस के माध्यम से छत्तीसगढ़ में लाखों युवा वालंटियर तैयार किए गए हैं, जो विभिन्न रचनात्मक कार्यों में सक्रिय रूप से योगदान दे रहे हैं।

नशामुक्ति और स्वच्छता अभियान में भागीदारी की अपील

       रायपुर। मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने राष्ट्रीय सेवा योजना (एनएसएस) के राज्य स्तरीय स्थापना दिवस और सम्मान समारोह में बड़ी घोषणा करते हुए एनएसएस की राज्य इकाई को कार्यक्रमों के आयोजन के लिए 50 लाख रुपये की स्वीकृति दी। उन्होंने कहा कि पहले जहां 13 लाख रुपये मिलते थे, अब इस राशि को बढ़ाकर 50 लाख रुपये कर दिया गया है, ताकि एनएसएस के स्वयंसेवक और भी अधिक प्रभावी ढंग से समाज सेवा कर सकें।

       मुख्यमंत्री ने कहा कि एनएसएस के स्वयंसेवक राष्ट्र निर्माण में अहम भूमिका निभा रहे हैं। उन्होंने स्वच्छता, साक्षरता और नशामुक्ति जैसे अभियानों में बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया है। मुख्यमंत्री ने स्वयंसेवकों से अपील की कि वे नशामुक्ति और स्वच्छता के कार्यों में और भी अधिक सक्रिय भूमिका निभाएं।

       इस अवसर पर उच्च शिक्षा विभाग के सचिव प्रसन्ना आर., इंदिरा गांधी कृषि विश्वविद्यालय के कुलपति डॉ. गिरीश चंदेल और उच्च शिक्षा विभाग के आयुक्त जनक प्रसाद पाठक सहित कई गणमान्य लोग मौजूद थे। मुख्यमंत्री ने सेवा कार्यों में उत्कृष्ट योगदान देने वाले स्वयंसेवकों, कार्यक्रम अधिकारियों और संस्थाओं को सम्मानित किया। साथ ही, एनएसएस की पत्रिका ‘समर्पण’ का विमोचन भी किया।

       मुख्यमंत्री ने कहा कि हमारी सरकार युवाओं के लिए रोजगारोन्मुखी शिक्षा और कौशल विकास पर विशेष ध्यान दे रही है। नई शिक्षा नीति के तहत उन्हें रोजगारपरक शिक्षा और स्किल ट्रेनिंग प्रदान की जा रही है। युवा अब आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस और रोबोटिक्स जैसे आधुनिक विषयों में कौशल हासिल कर सकते हैं।

       उच्च शिक्षा विभाग के सचिव प्रसन्ना आर. ने बताया कि एनएसएस के माध्यम से छत्तीसगढ़ में लाखों युवा वालंटियर तैयार किए गए हैं, जो विभिन्न रचनात्मक कार्यों में सक्रिय रूप से योगदान दे रहे हैं।

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button

Adblock Detected

Please consider supporting us by disabling your ad blocker