छत्तीसगढ़दुर्ग-भिलाई

मौसम की वजह से होने वाली बीमारियों की संभावना को देखते हुए खाद्य सुरक्षा टीम का औचक निरीक्षण

खुले में बिकने वाले खाद्य पदार्थों और होटलों की सफाई व्यवस्था पर औचक निरीक्षण जारी
 
       दुर्ग। कलेक्टर सुश्री ऋचा प्रकाश चौधरी के निर्देशानुसार एवं मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी पदेन उपसंचालक खाद्य एवं औषधि प्रशासन जिला दुर्ग के मार्गदर्शन में खाद्य सुरक्षा टीम द्वारा जिले में फैले डायरिया और बरसाती मौसम में संक्रमित खाद्य पदार्थों की वजह से होने वाली बीमारियों की  संभावना के मद्देनजर खुले में बिकने वाले खाद्य पदार्थों का व्यवसाय करने वालों समेत शहर एवं गांव के समस्त छोटे बड़े होटलों में साफ सफाई बनाए रखने के लिए औचक निरीक्षण जारी है।
 
       खाद्य सुरक्षा अधिकारी खाद्य एवं औषधि प्रशासन से मिली जानकारी अनुसार निरीक्षण के दौरान खाद्य पदार्थों के सही रख-रखाव पीने के पानी का उचित पात्र में साफ स्वच्छ जल का भण्डारण करने, खाद्य पदार्थों का मक्खी से बचाव हेतु ढ़क कर रखने अखाद्य रंग का उपयोग न करने खाद्य रंग का सीमित मात्रा मेें उपयोग करने, अखबारी पेपर का उपयोग न करने फ्रेश तेल में तीन बार से अधिक खाद्य पदार्थों को न तलने हेतु हिदायत दी गई है। साथ ही  02 जुलाई 2024 से लगातार जिला दुर्ग में संचालित दुध एवं दुध उत्पाद विक्रेता फर्मो की निरीक्षण एवं नमूना संकलन की कार्यवाही जारी है। चलित खाद्य परीक्षण प्रयोगशाला के माध्यम से जांच की जा रही है। अवमानक, मिथ्याछाप एवं असुरक्षित पाये जाने पर नियमानुसार विधिक नमूना संकलित कर जांच हेतु राज्य खाद्य परीक्षण प्रयोगशाला रायपुर को प्रेषित की जा रही है। इसी क्रम मेसर्स वृदावन होटल पुलगांव से पनीर बटर मसाला एवं पकी हुई दाल, डीडी फुड्स नगपुरा से लिची फ्रुट जूस व जीरा सोडा, ग्राम अंडा से पानी पाउच एवं सांई कृपा डेयरी जुनवानी से पनीर, मिल्क पार्लर स्मृति नगर से दही, मां दुर्गा डेयरी नेवई से खुला दुध व निराला दुध संकलन केंद्र पाटन से लूज दूध का नमूना जांच हेतु राज्य खाद्य परीक्षण प्रयोगशाला रायपुर को प्रेषित की गई है। जय जलगांव दुग्ध डेयरी स्टेशन रोड दुर्ग व मातृछाया फाउण्डेशन ग्राम पंहडोर, शिओम सात्विक लिमिटेड ग्राम घुघवा का औचक निरीक्षण किया गया। जांच प्रतिवेदन प्राप्ति उपरांत नियमानुसार आगे की कार्यवाही की जाएगी। इस सप्ताह चलित खाद्य परीक्षण प्रयोगशाला के माध्यम से जागकरूकता स्वरूप कुल 84 नमूना जांच की गई जिसमें अवमानक एवं मिथ्याछाप पाये गये खाद्य पदार्थों के बारे मंे पायी गई कमियों को सुधारने हेतु निर्देशित किया गया है।

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button

Adblock Detected

Please consider supporting us by disabling your ad blocker